बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान और पश्चिम बंगाल राज्यों में मधुमक्खी पालकों/ शहद उत्पादकों के 5 एफपीओ बनाए गए हैं.
लंबे समय से रुकी हुई रोजगार नीति को अब अगले आठ महीनों में पूरा कर लिया जाएगा. इसके लिए पांच प्रमुख सेक्टरों का सर्वे भी किया जाएगा.